काशी तमिल संगमम 4.0 – उत्तर और दक्षिण का जीवंत संगम
| मुख्य जानकारी | विवरण |
|---|---|
| तिथियाँ | 2–15 दिसंबर 2025 (2 तारीख उद्घाटन, 15 को समापन) |
| थीम | "कार्पोम तमिऴ" (तमिल सीखें) |
| वेन्यू | BHU कैंपस, चुनिंदा घाट, संग्रहालय |
| आदर्श दर्शक | तमिल डेलीगेशन, शोधकर्ता, छात्र, सांस्कृतिक यात्री |
| ठहरने के क्षेत्र | BHU/लंका, असी घाट, कैंटोनमेंट |
स्नैपशॉट: 1,400+ तमिल अतिथि, 2 हफ्ते की सांस्कृतिक अदला-बदली, heritage walks + अकादमिक डायलॉग।

क्या खास अनुभव मिलेगा?
सांस्कृतिक प्रोग्राम
- हेरिटेज वॉक, घाट संगीत सत्र।
- तमिल-संस्कृत कनेक्शन पर अकादमिक चर्चाएँ।
- शास्त्रीय नृत्य, लोक-कला प्रदर्शन, हस्तशिल्प प्रदर्शनी।
सीखने के अवसर
- तमिल भाषा कार्यशाला (ओपन सीट्स)।
- प्राचीन साहित्य व दर्शन सेमिनार।
- तमिल और काशी के सांस्कृतिक धागों पर पैनल चर्चा।
विशेष आकर्षण
- विद्वानों और कलाकारों के बीच नेटवर्किंग।
- BHU मंदिरों/घाटों पर विशेष अनुष्ठान।
- इंटरैक्टिव म्यूज़ियम सर्किट।

यात्रा प्लानिंग नोट्स
- बेस्ट स्लॉट: सुबह 6-8 बजे अकादमिक सत्र; दोपहर में सांस्कृतिक परफॉर्मेंस।
- भीड़ अलर्ट: उद्घाटन/समापन पर चरम; बाकी दिन संतुलित।
- साथ रखें: आरामदायक जूते, हल्का जैकेट, नोटबुक, कैमरा।
- एंट्री फीस: अधिकांश कार्यक्रम मुफ़्त या ₹100-500; विशेष इवेंट ₹500-1,000।
- रजिस्ट्रेशन: आधिकारिक वेबसाइट + ऑन-स्पॉट पास।
- रियल-टाइम अपडेट: फेस्टिवल ऐप में डेली टाइमटेबल, ट्रांसलेशन फीचर।
- आगमन: वाराणसी एयरपोर्ट ट्रांसफर गाइड से एयरपोर्ट-बीयचयू हॉप आसान।
- एक्सटेंशन: खाली दिन सारनाथ टेम्पो ट्रैवलर या अयोध्या टैक्सी गाइड से पिल्ग्रिम सर्किट में जोड़ें।
क्यों शामिल हों?
- दो प्राचीन सभ्यताओं का जीवंत संवाद।
- शोधपत्र, वर्कशॉप, लाइव कला – सब एक ही कैलेंडर में।
- दिसंबर का मौसम 12-24°C, खुले सेशन आरामदेह।
- स्थानीय व्यंजन + तमिल फ्लेवर का संगम।
प्रो टिप्स:
- लंका या BHU के आसपास होटल पहले से लॉक करें।
- सुबह के सेशन में पहुँचें (कम भीड़, बेहतरीन नेटवर्किंग)।
- heritage exhibition को कम से कम दो बार देखें – सामग्री समृद्ध है।
- टैक्सी को दिनभर स्टैंडबाय रखें ताकि BHU से घाट/घरों तक commute आसान रहे।