महिंद्रा कबीर उत्सव – 15वीं सदी के संत की धुनें, 21वीं सदी की प्रस्तुति
| पास प्रकार | कीमत (₹) | शामिल सुविधाएँ |
|---|---|---|
| डेलीगेट (3 दिन) | 40,000 | सभी सेशन, मील प्लान, हेरिटेज वॉक, वेलकम किट |
| डेली पास | 5,000 – 8,000 | किसी एक दिन का पूरा प्रोग्राम |
| वॉलंटियर (17-22 Dec) | कॉन्ट्रिब्यूशन आधारित | ट्रेनिंग, बैकस्टेज एक्सेस, सर्टिफिकेट |
सूर्योदय प्रेमी? विस्तृत कबीर सूर्योदय संगीत गाइड ज़रूर पढ़ें।
तिथियाँ: 19-21 दिसंबर 2025
वेन्यू: सुबह गुलेरिया कोठी, शाम शिवाला घाट + क्यूरेटेड वॉक्स
एडिशन: 9वाँ संस्करण, सीमित सीटों वाला बुटीक फेस्टिवल

फेस्टिवल की दृष्टि
कबीर का संदेश – समानता, प्रेम, और आध्यात्मिक विद्रोह – तीन दिनों के लाइव संगीत, कविता और संवाद में सजीव होता है। घाटों का पवित्र वातावरण इस अनुभव को और भी उत्कट बनाता है।
क्या-क्या होगा?
- संगीत प्रस्तुति: सुबह राग, शाम गंगा आरती संग क्लासिकल, फ़ोल्क, फ्यूज़न सेट्स।
- साहित्यिक सत्र: कवि, विद्वान, कलाकार कबीर की वाणी पर चर्चा।
- संस्कृतिक वॉक: पुरानी काशी की गलियों, मंदिरों, किलों का क्यूरेटेड अनुभव।
- विशेष उद्घाटन: 19 दिसंबर की शाम – आरती + उद्घाटन संबोधन।
अनुसूची (संक्षेप)
- 19 दिसंबर: उद्घाटन शाम, परिचयात्मक कॉन्सर्ट।
- 20 दिसंबर: सुबह राग → दोपहर चर्चा → रात घाट पर मुख्य शो।
- 21 दिसंबर: अंतिम सूर्योदय सेट + समापन समारोह।
निवेश व बुकिंग
- डेलीगेट पैकेज: ₹40,000 (3 दिन, भोजन, सामग्री, वॉक सहित)।
- डेली पास: ₹5,000-8,000 (सीमित उपलब्धता)।
- वॉलंटियर: 17-22 दिसंबर प्रशिक्षण व ड्यूटी; पर्दे के पीछे का अनुभव।
क्यों शामिल हों?
- अंतरंग सेटिंग – कलाकारों के बहुत करीब।
- आध्यात्मिक माहौल + उच्चस्तरीय ध्वनि।
- दिसंबर का मौसम (सुबह 10°C, शाम 15-18°C) – गंगा किनारे बैठना सुखद।

फोटोग्राफी नोट: प्रदर्शन के दौरान सीमित फोटो की अनुमति, गाइडलाइन का पालन करें।
प्रो टिप्स:
- सीमित सीटों के कारण जल्दी बुक करें।
- 17 दिसंबर तक पहुँच कर मौसम और घाट तापमान की आदत डालें।
- सुबह-सुबह ठंड के लिए लेयरिंग करें।
- स्टॉल कम, इसलिए पानी/हल्की स्नैक्स साथ रखें।
- एयरपोर्ट ट्रांसफर गाइड से देर-रात/सुबह कैब पहले से तय करें।
- फेस्टिवल के बाद अयोध्या, प्रयागराज या बोधगया रोड ट्रिप जोड़ें।